मधुमेह में भिंडी हो सकता है रामबाण इलाज: जानिए कैसे

क्या भिन्डी से शुगर का इलाज हो सकता है? यहां पाएं मधुमेह में भिंडी खाने से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी।

भिंडी भले ही एक सामान्य सी सब्जी हो, लेकिन मधुमेह में भिंडी खाने से कई फायदे हो सकते हैं। साथ ही आप जानेंगे कि भिन्डी से शुगर का इलाज या इसे मैनेज कैसे किया जा सकता है। तो तैयार हो जाइए मधुमेह के लिए भिंडी से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी पाने के लिए। 


विषय सूची :

क्या डायबिटीज में भिंडी खा सकते हैं?

जी हाँ, डायबिटीज में भिंडी खा सकते हैं। रिसर्च की मानें, तो भिंडी लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI-Glycemic Index) खाद्य पदार्थ की श्रेणी में आता है। इसके सेवन से शुगर लेवल बढ़ता नहीं है। बता दें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कार्बोहायड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों की रैंकिंग होती है। इससे यह पता चलता है कि भोजन में मौजूद कार्ब्स को ग्लूकोज़ बनने में कितना वक्त लगता है। 


आसान शब्दों में समझें तो कोई खाद्य पदार्थ कितनी तेजी से शुगर को बढ़ा सकता है, ग्लिसेमिक इंडेक्स उसी की रैंकिंग है। बात करें भिंडी की तो इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक (anti-hyperglycemic – ब्लड शुगर लेवल कम करने वाला गुण) प्रभाव भी है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने का काम कर सकता है। 


इसके आलावा, भिंडी में एंटी-डायबिटीक (anti-diabetic – डायबिटीज से बचाव का गुण) प्रॉपर्टी भी है, जो नॉन- डायबिटिक या प्रीडायबिटिक को डायबिटीज के जोखिम से बचाने में मदद कर सकता है।

भिंडी के पोषक तत्व

भिंडी में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जिससे कि डायबिटीज में इसके सेवन से पोषण की पूर्ति हो सकती है। भिंडी के पोषक तत्वों को नीचे दिए टेबल के माध्यम से समझेंगे।

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 g 
पानी 92.6 g
ऊर्जा 22 kcal
प्रोटीन 1.87 g
टोटल लिपिड (फैट)0.21 g
कार्बोहायड्रेट 4.51 g
फाइबर 2.5 g
शुगर 2.4 g
कैल्शियम 77 mg
आयरन 0.28 mg
मैग्नीशियम 36 mg
फास्फोरस 32 mg
पोटैशियम 135 mg
सोडियम 6 mg
ज़िंक 0.43 mg
मैंगनीज 0.294 mg
सेलेनियम 0.4 µg
विटामिन सी 16.3 mg
थायमिन 0.132 mg
राइबोफ्लेविन 0.055 mg
नियासिन 0.871 mg
विटामिन बी-6 0.187 mg
फोलेट 46 µg
विटामिन ए, RAE14 µg
विटामिन ए, IU283 IU
विटामिन ई 0.27 mg
विटामिन के 40 µg
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड 0.045 g
फैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 0.028 g
फैटी एसिड्स, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड0.046 g

मधुमेह रोगियों के लिए भिंडी के फायदे

1. फाइबर होता है 

भिंडी में फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में और पाचन को बेहतर करने में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, फाइबर भूख को कम करने में मदद कर सकता है। इससे अतिरिक्त आहार के सेवन से बचा जा सकता है। जिससे डायबिटीज में वजन संतुलित रखने में भी मदद मिल सकती है। 

2. हड्डियों को स्वस्थ रखे 

हाई ब्लड शुगर या डायबिटीज का असर हड्डियों पर भी पड़ता है। डायबेटिक्स को अक्सर हाथ-पैरों और जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है। ऐसे में डायबिटीज में हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए भिंडी खाना लाभकारी हो सकता है। दरअसल, भिंडी में कैल्शियम मौजूद होता है, जो हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में सहायक हो सकता है। 

3. आँखों के स्वास्थ्य में सुधार करे 

डायबिटीज की स्थिति में आँखों को भी काफी नुकसान हो सकता है। इससे बचाव के लिए मधुमेह में भिंडी खाना लाभकारी हो सकता है। रिसर्च की मानें, तो भिंडी विटामिन ए और विटामिन सी का अच्छा स्रोत है, जिसे आँखों की रौशनी बढ़ाने और आँखों को स्वस्थ रखने के लिए जाना जाता है। इससे डायबिटीज में आँखों की रौशनी को कम होने से रोकने में मदद मिल सकती है और धुंधला दिखने के लक्षण से बचाव हो सकता है।

4. ब्लड प्रेशर नियंत्रित करे 

अधिकतर मधुमेह रोगी में हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत देखी जा सकती है। ऐसे में मधुमेह में भिंडी खाने के फायदे रक्तचाप को कम करने के लिए हो सकते हैं। 


एक अध्ययन के मुताबिक, भिंडी में एंटी-हाइपरटेंसिव (anti-hypertensive – ब्लड प्रेशर कम करने का गुण) प्रभाव पाया जाता है। भिंडी का यह प्रभाव रक्तचाप की समस्या से बचाव और उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। इससे मधुमेह में हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम हो सकता है। 

5. तनाव से राहत दे 

मधुमेह में तनाव होने पर समस्या और भी गंभीर हो सकती है। इसलिए, इस समय तनाव की समस्या को कम करना आवश्यक है। बता दें कि मधुमेह रोगियों के लिए भिंडी के फायदे में तनाव कम होना भी शामिल है। 


दरअसल, भिंडी व भिंडी के बीज में एंटी-स्ट्रेस गुण होते हैं, जो तनाव के जोखिम को कम कर सकते हैं। वहीं, डायबिटीज में स्ट्रेस मैनेज करना जरूरी, ताकि शुगर लेवल नियंत्रित रहे और डायबिटीज से जुड़े कॉम्प्लीकेशन्स से बचाव हो सके।

6. थकान कम करे

भिन्डी से शुगर का इलाज तो नहीं किया जा सकता है, पर इससे डायबिटीज में होने वाले थकान को कम किया जा सकता है। दरअसल, भिंडी में ऊर्जा के साथ ही कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर में एनर्जी बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। 


वहीं, भिंडी में एंटी-फटीग प्रभाव (anti-fatigue – थकान कम करने का गुण) भी होता है , जो थकान को दूर कर सकता है।

डायबिटीज में कब और कितना भिंडी खाना चाहिए?

डायबिटीज में किसी भी चीज को सही समय और सही मात्रा में खाना ही फायदेमंद होता है। इसलिए, मधुमेह में भिंडी खाने का सही समय और मात्रा से जुड़ी जानकारी आगेदी गई है:

डायबिटीज में भिंडी खाने का समय:

  • भिंडी को लंच या डिनर में रोटी के साथ खा सकते हैं।

डायबिटीज में भिंडी खाने की मात्रा:

  • डायबिटीज में एक दिन में एक छोटी कटोरी भिंडी का सेवन कर सकते हैं।

डायबिटीज में भिंडी को डाइट में कैसे शामिल करें?

यहां हम मधुमेह में भिंडी को आहार में शामिल करने के ऐसे तरीके बता रहे हैं ताकि आप इसके स्वाद से उबें न। 

  • भिंडी की सूखी सब्जी बनाकर रोटी के साथ खा सकते हैं।
  • ग्रेवी वाली भिंडी बनाकर चावल के साथ भी खा सकते हैं।
  • भिंडी को मिक्स वेज में मिलाकर भी खा सकते हैं। 
  • भिंडी को उबालकर खा सकते हैं। 
  • भिंडी को हल्के मसालों के साथ भरवा भिंडी बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।

मधुमेह के लिए भिंडी के साइड इफेक्ट

  • भिंडी में ऑक्सालेट्स (एक तरह का यौगिक) पाया जाता है, जिसकी अधिकता किडनी स्टोन के जोखिम को बढ़ा सकता है। ऐसे में अधिक मात्रा में भिंडी खाने से किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है।
  • अधिक मात्रा में भिंडी खाने से कुछ लोगों को गैस, दस्त और ऐंठन की समस्या हो सकती है।
  • भिंडी कुछ खास तरह की दवाइयों के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है। 
  • डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो बेहतर है डायबिटीज में भिंडी के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से भी सलाह जरूर लें। 

मधुमेह में भिंडी खाना लाभकारी होता है। ध्यान रहे कि इस दौरान डायबिटीज की नियमित दवा भी लेते रहें। भिन्डी से शुगर का इलाज संभव नहीं है, लेकिन ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है। 


भिंडी के अलावा, डायबिटीज में किसी भी अन्य खाद्य पदार्थ से जुड़ी जानकारी पाने के लिए Phable के विशेषज्ञ की मदद ले सकते हैं। 


Don’t Have Time To Read?

  • डायबिटीज में भिंडी खा सकते हैं। 
  • भिंडी लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स की श्रेणी में आता है, जिससे कि इसके सेवन से शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। 
  • इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव होता है, जो शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकता है। 
  • मधुमेह रोगियों के लिए भिंडी के फायदे हड्डियों के लिए, आँखों के स्वास्थ्य में सुधार करने, बीपी कम करने, तनाव कम करने, आदि के लिए हो सकते हैं।
  • मधुमेह में भिंडी को लंच या डिनर में ले सकते हैं। 
  • भिंडी को एक दिन में एक कटोरी खा सकते हैं।
  • डायबिटीज में अधिक मात्रा में भिंडी खाने से किडनी स्टोन, गैस, दस्त और ऐंठन जैसे नुकसान हो सकते हैं।
  • डायबिटीज में खानपान को लेकर ज्यादा चिंतित न हों। आपकी मदद करने के लिए Phable हमेशा तैयार है।

Friendly Asked Questions

क्या भिंडी मधुमेह के लिए अच्छी है?

जी हाँ, भिंडी मधुमेह के लिए लाभकारी है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव भी पाया जाता है। ये गुण डायबिटीज को मैनेज करने में सहायता कर सकते हैं।

क्या भिंडी ब्लड शुगर लेवल को कम करती है?

जी हाँ, भिंडी ब्लड शुगर को कम कर सकती है। इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव होते हैं, जो शुगर लेवल को कम करने में सहायक हो सकता है। 

क्या भिंडी ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है?

जी नहीं, भिंडी शुगर लेवल को नहीं बढ़ाती है। इसमें एंटी-डायबिटिक और एंटी-हाइपरग्लिसेमिक प्रभाव होते हैं, जो न सिर्फ डायबिटीज में, बल्कि प्री-डायबिटीज में भी लाभकारी हो सकते हैं। इसलिए, मधुमेह में भिंडी खाने की सलाह दी जाती है।

भिंडी खाने से किसे परहेज करना चाहिए?

जिन लोगों को किडनी स्टोन की समस्या है, उन्हें भिंडी से परहेज करना चाहिए।