शुगर में मेथी के फायदे: डायबिटीज में करेगी ये 5 समस्याएं दूर

क्या आप नैचुरल तरीके से शुगर कण्ट्रोल करना चाहते हैं, तो आजमाइए मेथी का घरेलू नुस्खा। जानिए शुगर में मेथी के फायदे और कैसे करें इसका सेवन।

जैसा कि हम सब जानते हैं दुनियाभर में डायबिटीज के केसेस दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। यदि आप भी डायबिटीज के पेशेंट हैं, तो मधुमेह के लिए मेथी का प्राकृतिक तरीका अपनाकर शुगर में मेथी के फायदे पा सकते हैं। बता दें शुगर में मेथी दाने के फायदे एक या दो नहीं, बल्कि टॉप 5 हैं। तो यहां इन फायदों के बारे में जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें। 

 

विषय सूची: 

क्या मेथी मधुमेह के लिए अच्छी है?

रिसर्च से पता चला है कि मेथी एंटीडायबिटिक (anti-diabetic: ब्लड शुगर को कण्ट्रोल करने वाला) प्रभाव प्रदर्शित करती है। मेथी के बीज डायबेटिक्स में ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह फास्टिंग ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद कर सकती है। 

 

यह एंटीडायबिटिक होने के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस (insulin resistance – सेल्स का इन्सुलिन के प्रति प्रतिक्रिया बंद कर देना) को कम करने में भी मदद कर सकती है। अतः हम कह सकते हैं कि मेथी डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छी होती है। यहां तक कि प्रीडायबिटीज (डायबिटीज होने से पहले की स्थिति) में भी इसका सेवन लाभकारी हो सकता है। 

मेथी में पाए जाने वाले पोषक तत्व 

100 ग्राम मेथी के दानों में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं:

 

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम 
पानी 8.84 g
कैलोरीज 323 Kcal 
प्रोटीन 23 g 
टोटल लिपिड (फैट)6.41 g
कार्बोहायड्रेट 58.4 g
फाइबर 24.6 g
कैल्शियम 176 mg
आयरन 33.5 mg
मैग्नीशियम 191 mg
पोटैशियम 770 mg
सोडियम 67 mg
ज़िंक 2.5 mg
कॉपर 1.11 mg
विटामिन C 3 mg

 

इसके आलावा मेथी में फोलेट, विटामिन B-6 और विटामिन A भी पाया जाता है। 

शुगर में मेथी के फायदे

1. इन्सुलिन संवेदनशीलता में सुधार करे 

इंसुलिन संवेदनशीलता (insulin sensitivity) में शरीर की सेल्स इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया को दर्शाती हैं। जब इंसुलिन संवेदनशीलता अधिक होती है, तो शरीर की कोशिकाएं ग्लूकोज का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर लेवल कम होता है। 

 

वहीं, टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन संवेदनशीलता कम हो जाती है, जिससे इन्सुलिन प्रतिरोध (insulin resistance – कोशिकाएं इन्सुलिन के प्रति प्रतिक्रिया देना बंद कर देती है) और सूजन की स्थिति पैदा हो सकती है। 

 

ऐसे में रिसर्च में पाया गया है कि मेथी के सेवन से इंसुलिन-सेंसिटिविटी में सुधार हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

2. वजन कम करने में मदद करे 

डायबिटीज को नियंत्रित रखने के लिए संतुलित वजन होना बहुत जरूरी होता है। मोटापे के कारण ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मुश्किल हो सकती है। साथ ही अन्य स्वास्थ्य जोखिम भी हो सकते हैं। 

 

वहीं, मेथी में फाइबर कंटेंट अधिक होता है, जिससे पेट काफी देर तक भरा रहता है और जल्दी भूख नहीं लगती है। ऐसे में आप कम मात्रा में खाते हैं, जिससे आपकी कैलोरी इन्टेक कम होती है और आपका वजन संतुलित हो सकता है। तो आप डायबिटीज डाइट में मेथी का पानी या चाय शामिल कर सकते हैं। 

3. डाइजेशन में सुधार करे 

डायबिटीज में पेट से जुड़ी समस्या जैसे – एसिडिटी, गैस, सीने में जलन की शिकायत हो सकती है। ऐसे में इन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए और वक्त रहते उपचार करना चाहिए। तो आप घरेलू उपाय के तौर पर मेथी का सेवन कर सकते हैं। 

 

दरअसल, मेथी में अधिक मात्रा में म्यूसलिज (mucilage – एक प्रकार का फ्लूइड) मौजूद होता है, जो पाचन से जुड़ी समस्या के लिए लाभकारी हो सकता है। मेथी कब्ज से जुड़ी समस्या में भी लाभकारी प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। 

4. कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करे

डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या का भी जोखिम हो सकता है। कुछ स्टडीज के अनुसार मेथी टोटल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड (triglycerides: एक प्रकार की फैट) के लेवल को कम कर सकती है। जिससे हार्ट सम्बन्धी बीमारियों का रिस्क कम हो सकता है। 

5. इंफ्लामेशन को कम करे 

टाइप 2 डायबिटीज में इन्सुलिन रेजिस्टेंस की स्थिति उत्पन्न होती है, जिसमें कोशिकाएं ब्लड शुगर को अब्जॉर्ब नहीं कर पाती है। इससे ब्लड शुगर लेवल हाई होने लगता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस के परिणामस्वरूप इंफ्लामेशन की समस्या हो सकती है। वहीं, अधिक इंफ्लामेशन के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है। अतः हम कह सकते ये दोनों कंडीशंस एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। 

 

रिसर्च में पाया गया है कि मेथी के सेवन से इंफ्लामेशन को कम किया जा सकता है। जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस में सुधार करके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है। 

 

इसके अलावा, शोध में पाया गया है कि मेथी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्लावनोईड से इंफ्लामेशन की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। साथी ही इसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण भी मौजूद होता है। 

 

जानिये क्या कहते हैं मेथी से जुड़े डायबिटीज रिसर्च: 

शुगर में मेथी का सेवन कैसे करें?

मधुमेह के लिए मेथी के फायदे पाने के लिए आप मेथी की पत्तियों और मेथी के दानों को यहां बताए गए तरीकों से उपयोग कर सकते हैं:

  • मेथी दाने का पानी पी सकते हैं। 
  • मेथी की पत्तियों का साग बनाकर खा सकते हैं। 
  • मेथी दानों का उपयोग आप सब्जी बनाते समय तड़का लगाने के लिए भी कर सकते हैं। 
  • मेथी साग के पराठे (कम तेल उपयोग) बनाकर खा सकते हैं। 

शुगर में मेथी का पानी कैसे पियें?

आप शुगर में मेथी का पानी पीने के लिए ये स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं:

  • 1 छोटा चम्मच मेथी के दानों को रात में 1 कप साफ़ पीने के पानी में भिगो दें। 
  • सुबह उसके पानी को छान लें। 
  • इस 1 कप मेथी पानी में 1 कप गुनगुना पानी मिला लें (लगभग 1 गिलास पानी तैयार हो जायेगा) ।
  • इसे खली पेट पी सकते हैं और दानों को चबाकर खा भी सकते हैं। 

 

मधुमेह में मेथी दाना कितना खाना चाहिए?

  • अच्छे रिजल्ट के लिए आप लगभग 2-5 ग्राम (लगभग आधा से 1 छोटा चम्मच) मेथी के दाने ले सकते हैं, लेकिन यह मात्रा आपकी हेल्थ कंडीशन के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। 
  • डॉक्टर की सलाह पर मेथी के सप्लीमेंट खाने से पहले या खाने के साथ ले सकते हैं। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
  • हमेशा लेबल पर खुराक के निर्देशों को जरूर फॉलो करना चाहिए। यदि कोई भी डाउट हो, तो अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और उसके बाद ही इसका सेवन करना चाहिए। 

मेथी के बीज के साइड इफेक्ट 

मेथी के अधिक सेवन से आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:

  • सिर दर्द
  • डायरिया 
  • चक्कर आना
  • एलर्जीक रिएक्शन 

नोट: मेथी को गर्भावस्था के दौरान अवॉइड करना चाहिए या अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही मेथी का सेवन करना चाहिए।

 

आशा करते हैं आपको अब शुगर में मेथी के फायदे समझ आ गए होंगे। इसके सही सेवन से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रख सकते हैं। तो क्या सोच रहे हैं आज से ही मेथी का पानी या मेथी को अपनी डाइट में शामिल कीजिये। हालांकि, इस दौरान अगर आप डॉक्टर द्वारा दिए गए डायबिटीज की कोई दवा ले रहे हैं, तो उसे भी जारी रखें।

 

Don’t Have Time To Read?

  • मेथी एंटीडायबिटिक होती है और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकती है। 
  • यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम कर इन्सुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाने में भी मदद कर सकती है।
  • यदि मेथी के फायदों की बात करें, तो यह इन्सुलिन की संवेदनशीलता में सुधार कर सकता है, वेट लॉस, डाइजेशन में सुधार, कोलेस्ट्रॉल और इंफ्लामेशन को कम करने में मदद कर सकती है। 
  • डायबिटीज के पेशेंट प्रतिदिन 2-5 ग्राम (लगभग आधा से 1 छोटा चम्मच ) तक मेथी दाने का सेवन कर सकते हैं। 
  • मेथी के अधिक सेवन से डायरिया, सर दर्द, चक्कर आना और एलेर्जिक रिएक्शन हो सकता है। 
  • प्रेगनेंसी के दौरान मेथी का सेवन अवॉयड करना चाहिए। अगर गर्भावस्था में मेथी का सेवन करना है, तो बेहतर है एक बार अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Friendly Asked Questions

क्या मेथी का पानी पीना मधुमेह के लिए अच्छा है?

जी हाँ, मेथी का पानी मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा होता है। रात को एक चम्मच मेथी के बीज, पीने के पानी में भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट इस पानी को पीने से इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम हो सकता है। इससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। 

मेथी दाना किसे नहीं खाना चाहिए?

मेथी दाने का अधिक उपयोग प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं करना चाहिए। इससे गर्भवस्था में संकुचन, समयपूर्व प्रसव या मिसकैरेज की सम्भावना बढ़ सकती है। इसलिए प्रेग्नेंट महिला अगर मसाले के तौर पर अपनी डाइट में मेथी शामिल करना चाहती है, तो अपने डॉक्टर से पूछ कर ही इसे डाइट में शामिल करें।

मेथी रोज खाने से क्या होता है?

रोजाना खाली पेट मेथी के पानी का सेवन करने से आपका मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है, जो वजन घटाने में मदद कर सकता है। यह फाइबर से भरपूर होता है और ब्लड शुगर को मैनेज करने में भी मदद कर सकता है, लेकिन ध्यान रहे मेथी के पानी का सेवन मॉडरेट अमाउंट में ही करना चाहिए। 

क्या मेथी खाने से शुगर कम होता है?

हाँ, शुगर में मेथी के फायदे की बात करें तो यह शुगर कम कर सकती है, क्योंकि यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देती है, जिससे शरीर के सेल्स ग्लूकोज का प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है।